क्रान्ति छीछालेदर
दुनिया बदलने वालों के महबूब नहीं होते
कोई महबूब बन गया तो दुनिया अच्छी लगने लगेगी|
बचपन से पाली हुई angst
एक heart -emoji
के आते ही सुलगने लगेगी ,
धुंआ धुंआ हो जायेगी |
और वैसे भी
हमारे इस Sartre -Beauvoir के रिश्ते में
मैं केवल bauvoir बन कर
और तुम Sartre सा तन कर
मुझसे हर बार यही कहती हो
की किस तरह बस तुम ही सहती हो
यह मृत संघर्ष
यह जागृत स्पर्श|
अगली बार एक काम करना
मेरे mainfesto के पन्ने फाड़
एक कश्ती बना देना
मेरे ख़्वाबों का बोझ
मेरे थके कलेवर
के टूटे कन्धों से उतार
उसी कश्ती में बहा देना|
मेरे kapital का कलेजा चीर
जो खून बहाओगी तुम ,
उस खून से अपने हार्ट-इमोजी
को फिर से रंग देना|
मेरे यथार्थवाद को उजाड़
जो GIF बनाओगी तुम
उसकी तुलना मत करना
उस 'aesthetic cafe ' वाले
boomerang से|
फिर लेकिन
जब गर्मी में गर्मी
और पतझड़ में बरसात होगी ,
तो दुनिया के वैसे का वैसे
रहने का दोष , मुझको मत देना
इसलिए
अच्छा यही होगा कि
तुमने जो मेरे पेंच ढीले किये हैं
उन्हें फिर से कस दो
यह हर दिन की streak
से मुझे मुक्त कर दो
एक अंतिम क्षण मेरी DP
देख फिर से हंस दो
और
खुद की ज़िन्दगी फिर से
Right Swipes से भर दो|
- एक विद्रोही का भूत
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